ज्ञानवापी Gyanvapi Lyrics – Hansraj Raghuwanshi

Gyanvapi Lyrics

Gyanvapi Lyrics in Hindi. The Latest Bhakti Song is Sung by Hansraj Raghuwanshi. And Music Lyrics is written by Shekhar Astitwa. And Song Composed by Dj String. Music Label by Hansraj Raghuwanshi.

गीत:ज्ञानवापी
गायक:हंसराज रघुवंशी
गीतकार:शेखर अस्तित्व
संगीत:डीजे स्ट्रिंग

Gyanvapi Lyrics in Hindi

हैं विश्वनाथ बाबा
सबसे बड़ा प्रतापी
उसका ही बनारस है
उसका ही ज्ञानवापी

हैं विश्वनाथ बाबा
सबसे बड़ा प्रतापी
उसका ही बनारस है
उसका ही ज्ञानवापी
उसका ही ज्ञानवापी

हम उसका कर्ज
सांस ये दे कर चुकाएंगे

मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे

हम भोले के भक्त हैं
फ़क्कर मिजाज़ वाले
मस्ती में हैं मगन हम
दुनिया से हैं निराले

हम भोले के भक्त हैं
फ़क्कर मिजाज़ वाले
मस्ती में हैं मगन हम
दुनिया से हैं निराले

हम काशी विश्वनाथ से
वादा निभाएंगे बाबा

मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे

आई भगवे की लहर है
मंदिर हैं सजने वाला
कैलाशी आए काशी
डमरू हैं बजने वाला

आई भगवे की लहर है
मंदिर हैं सजने वाला
कैलाशी आए काशी
डमरू हैं बजने वाला

बस उसके सामने ही
अपना सिर झुकाएंगे

मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे
मंदिर यहाँ था
फिर वही मंदिर बनाएंगे

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Video Song of Gyanvapi:

Summary

Song: Gyanvapi
Singer: Hansraj Raghuwanshi
Lyrics: Shekhar Astitwa
Music: Dj String
Music Label: Hansraj Raghuwanshi

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