शेर का हुस्न हो Sher Ka Husn Ho Hindi Lyrics – Chambal Ki Kasam (1980)

Sher Ka Husn Ho Hindi Lyrics - Chambal Ki Kasam

Sher Ka Husn Ho Lyrics in Hindi From Movie Chambal ki kasam (1980).The Old Hindi Song is Sung by Mohammed Rafi. And Music Lyrics is written by Sahir Ludhianvi. And Song Composed by Mohammed Zahur Khayyam. Music Label by Saregama.  

गीत:शेर का हुस्न हो
गायिका:मोहम्मद रफ़ी
गीतकार:साहिर लुधियानवी
संगीत:मोहम्मद जहूर खय्याम
फ़िल्म:चंबल की कसम (1980)

Sher Ka Husn Ho Lyrics in Hindi

शेर का हुस्न हो
शेर का हुस्न हो नग्मे की जवानी हो तुम
एक धड़कती हुई एक धड़कती हुई
शादाब कहानी हो तुम शेर का हुस्न हो

आँख ऐसी आंख ऐसी
के केवल तुमसे निशानी मांगे
ज़ुल्फ़ ऐसी ज़ुल्फ़ ऐसी
के घटा शर्म से पानी मांगे
जिस तरफ से भी जिस तरफ से भी
नज़र डाले सुहानी हो तुम
शेर का हुस्न हो

जिस्म ऐसा जिस्म ऐसा के
अजन्ता का अमल याद आये
संगमरमर में ढला

संगमरमर में ढला
ताजमहल याद आये
पिघल पिघल पिघल पिघले हुए
रंगो की रवानी हो तुम
शेर का हुस्न हो

धड़कने बुनती है जिसको
वो तराना हो तुम
सच कहो किस के मुक़द्दर
का खज़ाना हो तुम
मुझपे माहिर हो
मुझपे माहिर हो के
दुश्मन की दीवानी हो तुम
शेर का हुस्न हो नग्मे की जवानी हो तुम
शेर का हुस्न हो शेर का हुस्न हो.

Click Here to Sher Ka Husn Ho Lyrics in English:-

Related Song From Movie Chambal ki kasam (1980):
Marta Hai Koi To Mar Jaaye
Kuch Aur Behak Jau
Simti Hui Yeh Ghadiyan
Parmeshwar
Chanda Re Mere Bhaiya Se Kahna

Video Song of Sher Ka Husn Ho:

Summary

Song: Sher Ka Husn Ho
Singer: Mohammed Rafi
Lyrics: Sahir Ludhianvi
Music: Mohammed Zahur Khayyam
Movie: Chambal ki kasam (1980)
Music Label: Saregama

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *